West Bengal Teacher Scam: West Bengal में 32,000 primary teachers की jobs का मामला एक बार फिर से चर्चा में है. Calcutta High Court में इसकी सुनवाई चल रही है, और इस case में हर दिन कोई न कोई नया twist आ रहा है.1 यह case पिछले कुछ समय से चल रहा है और इसका असर उन हज़ारों teachers की life पर पड़ रहा है जो अभी काम कर रहे हैं. मैं आपको बताता हूँ कि court में क्या हुआ और अब आगे क्या हो सकता है.
क्या है मामला?
यह पूरा case 2014 और 2017 की teacher recruitment process से जुड़ा है.2 आरोप है कि इन भर्तियों में बहुत बड़ी धांधली हुई थी, जहाँ कुछ लोगों को बिना proper training और eligibility के ही jobs दे दी गईं.3 Justice Abhijit Gangopadhyay ने अपने एक order में 32,000 teachers की services को cancel करने का आदेश दिया था, क्योंकि वो untrained थे.4 इसके बाद से यह मामला एक Division Bench में घूम रहा है, जहाँ Justice Tapabrata Chakraborty सुनवाई कर रहे हैं.5 Supreme Court ने भी इस मामले में दखल देकर कहा था कि इन teachers को अपनी बात रखने का मौका दिया जाना चाहिए.
Court में आज क्या हुआ?
आज की सुनवाई में एक नया मोड़ तब आया जब उन candidates के वकील ने अपनी बात रखी, जिन्हें “exempted category” के तहत नौकरी मिली थी.6 ये वो लोग हैं जिनकी ज़मीन सरकार ने ली थी और उन्हें उसके बदले में नौकरी दी गई थी. उनके वकील ने कहा कि भले ही उनके clients ने aptitude test में 0 score किया हो, पर वे अपनी job के लिए eligible हैं.7 उनका कहना था कि जब कोई minimum marks तय नहीं थे और applicants की संख्या भी posts से कम थी, तो उनकी नियुक्ति को गलत नहीं ठहराया जा सकता.8 कोर्ट में यह भी बताया गया कि TET (Teacher Eligibility Test) scam और recruitment process scam में फर्क है.9 कुछ वकीलों का तर्क था कि TET scam हुआ होगा, पर recruitment process में कोई गड़बड़ी नहीं थी.10
अब आगे क्या होगा?
इस case की अगली सुनवाई 21 अगस्त 2025 को है. उम्मीद है कि इस दिन मामले का future तय हो सकता है. कोर्ट यह भी देख रही है कि क्या 269 लोगों की illegal appointment की वजह से 32,000 teachers को परेशान करना सही है? Justice Chakraborty इस मामले को बहुत ध्यान से सुन रहे हैं.
दूसरी तरफ, CBI और ED भी इस scam की जांच कर रहे हैं, जिसमें OMR sheets में हुई गड़बड़ी और कुछ Ministers का नाम भी सामने आया है.11 यह case अब सिर्फ teachers की jobs का नहीं, बल्कि corruption के खिलाफ एक बड़ी लड़ाई बन गया है. उन teachers के लिए यह बहुत मुश्किल time है, और मैं उम्मीद करता हूँ कि उन्हें जल्द ही justice मिलेगा.

संदीप तिवारी एक मंझे हुए पत्रकार हैं, जो आर्थिक नीतियों, लेबर कानूनों और नौकरी बाज़ार पर उनके ज़मीनी असर पर रिपोर्टिंग करने में माहिर हैं। उनका बारीकी से रिसर्च करना और तथ्यों पर आधारित रिपोर्टिंग ही हमारी नौकरी से जुड़ी खबरों और अपडेट्स की सटीकता और भरोसेमंद होने की गारंटी है।