एसएससी परीक्षा: Aadhar बेस्ड वेरिफिकेशन हुआ शुरू, अब नहीं होगी कोई धांधली | SSC Exam
SSC Aadhaar Authentication: अगर आप भी सरकारी नौकरी का सपना देख रहे हैं और खासकर SSC के एग्जाम की तैयारी कर रहे हैं, तो यह खबर आपके लिए बहुत जरूरी है. SSC यानी Staff Selection Commission ने अपने एग्जाम में एक बड़ा बदलाव किया है. अब परीक्षा के समय Aadhar-based authentication को लागू किया जाएगा. यह खबर सुनकर कुछ लोग परेशान हो सकते हैं, लेकिन मैं आपको बताऊँ, यह कदम आपके फायदे के लिए ही उठाया गया है.
पहले क्या होता था, लोग फर्जी दस्तावेज लेकर या किसी दूसरे के बदले परीक्षा देने आ जाते थे, जिसे impersonation कहते हैं. इसकी वजह से कई बार सही और मेहनत करने वाले उम्मीदवारों को नुकसान होता था. इस तरह की cheating को रोकने के लिए सरकार ने यह फैसला लिया है. इससे पूरी प्रक्रिया और ज्यादा पारदर्शी (transparent) और सुरक्षित हो जाएगी.
SSC Exam में Aadhaar Authentication कैसे होगा?
इस नए नियम के मुताबिक, अब जब आप SSC की वेबसाइट पर One-Time Registration (OTR) करेंगे, तो आपको अपना Aadhar number देना होगा. यह एक तरह से आपकी पहचान का पक्का सबूत होगा.
- रजिस्ट्रेशन के समय: जब आप पहली बार SSC की वेबसाइट पर रजिस्ट्रेशन करेंगे, तो Aadhar-based authentication अनिवार्य (mandatory) हो जाएगा.
- एग्जाम सेंटर पर: परीक्षा वाले दिन भी एग्जाम सेंटर पर आपकी बायोमेट्रिक (biometric) जांच होगी. आपकी उंगलियों के निशान और अगर जरूरत हुई तो आँखों की Iris scan भी की जाएगी.
क्या करें अगर Verification Failed हो जाए
अगर किसी वजह से आपके Aadhar का biometric data मैच नहीं होता है, तो आपको परेशान होने की जरूरत नहीं.
- फोटोग्राफ मिलान: सबसे पहले, आपके रजिस्ट्रेशन और एडमिट कार्ड पर लगी फोटो को आपके चेहरे से मिलाया जाएगा.
- दस्तावेजों की जांच: इसके बाद, आपके एडमिट कार्ड पर लिखे गए नाम, जन्मतिथि और अन्य जानकारी को आपके पास मौजूद दूसरे दस्तावेजों से मिलाया जाएगा. इन दस्तावेजों में Voter ID, Driving License, या Passport शामिल हो सकते हैं.
- अलग से रिपोर्टिंग: अगर किसी उम्मीदवार का वेरिफिकेशन नहीं हो पाता है, तो परीक्षा अधिकारी इसकी एक अलग रिपोर्ट बनाएगा.
यह बदलाव क्यों लाया गया
सरकार ने यह कदम कुछ खास वजहों से उठाया है, ताकि सरकारी नौकरी की प्रक्रिया साफ-सुथरी बनी रहे.
- Impersonation रोकना: सबसे बड़ी वजह यही है कि कोई दूसरा शख्स आपके बदले एग्जाम न दे पाए. बायोमेट्रिक जांच से यह पक्का हो जाता है कि कैंडिडेट वही है जिसका रजिस्ट्रेशन है.
- डुप्लीकेट रजिस्ट्रेशन से बचाव: कई बार लोग एक ही एग्जाम के लिए अलग-अलग रजिस्ट्रेशन कर लेते थे. Aadhar-based OTR से हर कैंडिडेट का सिर्फ एक ही प्रोफाइल बनेगा.
- पारदर्शिता बढ़ाना: इससे पूरी भर्ती प्रक्रिया में विश्वास और ईमानदारी बढ़ेगी, जो हर सही उम्मीदवार के लिए अच्छी बात है.
कुछ लोगों को शायद शुरुआत में थोड़ी परेशानी हो, लेकिन यह लंबी दौड़ के लिए अच्छा है. जब आप अपनी मेहनत से सरकारी नौकरी पाएंगे, तो आपको भी लगेगा कि यह सब सही लोगों के लिए था. यह सिस्टम मई 2025 से लागू हो चुका है और अब सभी आने वाले SSC एग्जाम्स में इसका इस्तेमाल किया जाएगा. तो, अगर आप SSC का कोई भी एग्जाम देने वाले हैं, तो अभी से अपना Aadhar कार्ड ठीक करा लें और यह सुनिश्चित कर लें कि उसमें सभी जानकारी सही है. यह एक छोटा सा कदम है जो आपके भविष्य को सुरक्षित कर सकता है.
यहां एक वीडियो है जो आपको इस बदलाव के बारे में और जानकारी दे सकता है.
https://www.youtube.com/watch?v=Fj-o4yL8z_s

बाज़ार की पेचीदा बातों और उनके सामाजिक असर को समझने में माहिर प्रदीप शर्मा, हमारी करियर इनसाइट्स और एनालिसिस को तैयार करने में अहम भूमिका निभाते हैं। इंडस्ट्री के मुश्किल ट्रेंड्स को आसान सलाह में बदलने की उनकी काबिलियत NBBGC.in को करियर गाइडेंस के लिए एक ज़रूरी जगह बनाती है।
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