Vacant College Seats News: दोस्तों, राजस्थान में जो बच्चे कॉलेज में एडमिशन लेना चाहते हैं, उनके लिए एक अच्छी खबर है. वहां के सरकारी कॉलेजों में बहुत सारी सीटें अभी भी खाली पड़ी हैं. एक-दो नहीं, बल्कि 72,000 से भी ज़्यादा सीटें खाली हैं, और यह 665 कॉलेजों का हाल है. जिन बच्चों का एडमिशन पहली या दूसरी मेरिट लिस्ट में नहीं हो पाया था, उनके लिए यह एक और मौका है. सरकार इन खाली सीटों को भरने के लिए नई मेरिट लिस्ट भी निकाल रही है और ऑफलाइन एडमिशन का भी बंदोबस्त किया गया है. तो चलिए, आपको इस खबर की पूरी details बताते हैं.
एडमिशन का आखिरी मौका
जिन बच्चों का नाम पहली दो मेरिट लिस्ट में नहीं आया था, उन्हें घबराने की ज़रूरत नहीं है. अब तीसरी और चौथी मेरिट लिस्ट भी आएगी. तीसरी लिस्ट के बच्चों को 14 अगस्त तक डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन और फ़ीस जमा करनी होगी. इसके बाद भी अगर सीटें खाली रह जाती हैं, तो 18 से 23 अगस्त तक ऑफलाइन एडमिशन होंगे. यानी आप सीधे कॉलेज जाकर भी अपनी किस्मत आजमा सकते हैं.
सीटें खाली क्यों रहीं?
सवाल यह है कि इतनी सीटें खाली क्यों रह गईं? दरअसल, लगभग 1.54 लाख छात्रों का नाम मेरिट लिस्ट में आया था, लेकिन उन्होंने एडमिशन नहीं लिया. इसका एक बड़ा कारण यह है कि छात्र अब BA, B.Sc और B.Com जैसे पारम्परिक कोर्स से ज़्यादा professional courses में रूचि दिखा रहे हैं. हालांकि, कुछ colleges में सीटें ज़्यादा हैं और कुछ में कम, इसलिए college education commissioner डॉ. ओ.पी. बैरवा ने यह भी कहा है कि सीटों को भरने के लिए एक कॉलेज से दूसरे कॉलेज में सीट ट्रांसफर करने के लिए एक नए फॉर्मूले पर भी विचार किया जा रहा है.
ऑफलाइन एडमिशन का पूरा प्रोसेस
अगर आप ऑफलाइन एडमिशन के लिए जाते हैं, तो आपको कुछ ख़ास बातों का ध्यान रखना होगा. यह एडमिशन सीधे कॉलेज में जाकर होगा.
- सबसे पहले, आपको अपनी पसंद के कॉलेज में जाना होगा.
- वहां से आपको एक application form लेना होगा.
- इस फॉर्म को अपनी सभी ज़रूरी documents जैसे marksheet, caste certificate (अगर लागू हो), और पहचान पत्र की original और photocopies के साथ जमा करना होगा.
- कॉलेज एक नई मेरिट लिस्ट बनाकर अपने notice board पर लगाएगा.
- अगर आपका नाम उस लिस्ट में होता है, तो आपको अपनी फ़ीस उसी वक़्त जमा करनी पड़ सकती है.
तो दोस्तों, अगर आप कॉलेज में एडमिशन लेने से चूक गए थे, तो यह एक बहुत अच्छा chance है. बस, दिए गए समय का ध्यान रखें और सारे ज़रूरी कागज़ात तैयार करके रखें.

संदीप तिवारी एक मंझे हुए पत्रकार हैं, जो आर्थिक नीतियों, लेबर कानूनों और नौकरी बाज़ार पर उनके ज़मीनी असर पर रिपोर्टिंग करने में माहिर हैं। उनका बारीकी से रिसर्च करना और तथ्यों पर आधारित रिपोर्टिंग ही हमारी नौकरी से जुड़ी खबरों और अपडेट्स की सटीकता और भरोसेमंद होने की गारंटी है।