HSSC Waiting List : हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग (HSSC) से जुड़ी एक बड़ी खबर सामने आई है. करीब सात महीने पहले ITI Instructor के लिए दूसरी waiting list जारी करने की बात कही गई थी, लेकिन जब कोई कार्रवाई नहीं हुई, तो कुछ उम्मीदवारों ने court का दरवाज़ा खटखटाया है. ये उन युवाओं के लिए एक झटका है जो उम्मीद लगाए बैठे थे कि उनका selection हो जाएगा.
क्यों अटका है मामला
यह पूरा मामला HSSC की Advertisement No. 12/2019 के तहत ITI Instructors की भर्ती का है, जिसमें Electrician, Welder, और Computer Instructor जैसे पद शामिल थे. इन 165 खाली पदों के लिए दूसरी waiting list को मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने 17 जनवरी 2025 को मंजूरी दे दी थी. इसके बाद, कौशल विकास विभाग ने HSSC को 22 जनवरी को इस list को जारी करने के लिए पत्र भी भेजा था. लेकिन, न जाने क्यों, सात महीने बीत जाने के बाद भी यह list नहीं आई. इसी वजह से सात उम्मीदवारों ने Punjab & Haryana High Court में एक याचिका (petition) दायर की है. उनकी चिंता यह है कि Group C Services Rules, 2018
के तहत waiting list की वैधता एक साल ही होती है, और पहली list October 2024 में आई थी.
Court में क्या हुआ
इस याचिका पर court में एक सुनवाई भी हो चुकी है. Court ने HSSC से जवाब मांगा है और अगली सुनवाई की तारीख 19 अगस्त 2025 तय की है. उस दिन सरकारी वकील आयोग (HSSC) का पक्ष रखेंगे. ये पहला मामला नहीं है जब HSSC पर इस तरह के आरोप लगे हैं. इससे पहले Group D भर्ती की waiting list भी इसी तरह expire हो गई थी, जिसकी वजह से कई candidates को नौकरी नहीं मिल पाई थी. यह उन सैकड़ों युवाओं की उम्मीद का सवाल है, जो सरकारी नौकरी का सपना देख रहे हैं.
HSSC और मुख्यमंत्री के बारे में
HSSC (Haryana Staff Selection Commission) हरियाणा सरकार के तहत काम करने वाली एक संस्था है, जो राज्य में Group B, C और D के पदों पर भर्ती करती है. मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी हैं, जो March 2024 में इस पद पर आए थे और 2024 के Haryana Legislative Assembly election में पार्टी की जीत के बाद फिर से मुख्यमंत्री बने. उन्होंने ही 165 पदों की waiting list को मंजूरी दी थी. अब देखना यह होगा कि court के दबाव में आयोग कब तक इस waiting list को जारी करता है.

संदीप तिवारी एक मंझे हुए पत्रकार हैं, जो आर्थिक नीतियों, लेबर कानूनों और नौकरी बाज़ार पर उनके ज़मीनी असर पर रिपोर्टिंग करने में माहिर हैं। उनका बारीकी से रिसर्च करना और तथ्यों पर आधारित रिपोर्टिंग ही हमारी नौकरी से जुड़ी खबरों और अपडेट्स की सटीकता और भरोसेमंद होने की गारंटी है।