AMC Recruitment Scam: Ahmedabad Municipal Corporation (AMC) में नौकरी पाने का सपना देख रहे कई युवाओं को बड़ा झटका लगा है. Corporation ने भर्ती में गड़बड़ी मिलने के बाद अपने 8 अधिकारियों की नौकरी रद्द कर दी है. इन अधिकारियों को probation period पर रखा गया था. Municipal Commissioner बंछानिधि पाणि के आदेश के बाद यह कार्रवाई की गई है. इस मामले में Head Clerk पुलकित सी. सथवारा के खिलाफ FIR भी दर्ज कराई गई है, क्योंकि माना जा रहा है कि इस धांधली में उनकी मुख्य भूमिका थी.
किन पदों पर हुई थी गड़बड़ी
AMC ने जिन 8 अधिकारियों की नियुक्ति रद्द की है, उनमें अलग-अलग विभागों के लोग शामिल थे.
- Estate Department: एक Assistant Surveyor और एक Sub-Inspector.
- Health Department: तीन Assistant Sanitary Sub-Inspectors, एक Pharmacist और दो Female Health Workers.
ये सभी नियुक्तियां 1 जनवरी 2021 से 10 अगस्त 2025 के बीच की गईं थीं. जिन अधिकारियों की नौकरी रद्द की गई है, उनके नाम हैं: मोहम्मद भाई आसिफभाई बालोसपुरा, जय यशवंतराय परमार, उजाशकुमार राकेशभाई घुघडिया, पंकजभाई हिम्मतभाई मेरिया, युवराजसिंह टिनुसिंह झाला, आसिफभाई इमरानभाई खानूसिया, साक्षी विजयभाई सोढा, और रेखा प्रभुदास पटेल.
कैसे पकड़ी गई धांधली
इस धांधली को पकड़ने के लिए मेयर प्रतिभा जैन और Municipal Commissioner बंछानिधि पाणि ने एक जांच कमेटी बनाई थी. इस कमेटी में तीन Head of the Departments और दो Deputy Municipal Officers शामिल थे. जांच में पता चला कि इन अधिकारियों को मिले नंबरों और असली नतीजों में बड़ा फर्क था. यह भी पता चला कि written exams Gujarat University, Indian Institute of Technology और Indian Institute of Management जैसे reputed institutes ने लिए थे, जिससे इस धांधली की गंभीरता और भी बढ़ जाती है. पुलिस अब इस मामले में पैसों के लेन-देन की भी जांच कर रही है.
युवाओं के लिए जरूरी सबक
यह मामला उन सभी युवाओं के लिए एक चेतावनी है जो सरकारी नौकरी के लिए तैयारी कर रहे हैं. नौकरी पाने के लिए सिर्फ अपनी मेहनत पर भरोसा करें. AMC प्रशासन ने साफ कर दिया है कि भर्ती प्रक्रिया में किसी भी तरह की धांधली बर्दाश्त नहीं की जाएगी. इस तरह की जांच से यह भरोसा मिलता है कि सरकारी नौकरियों में पारदर्शिता को बनाए रखने की कोशिश की जा रही है.

संदीप तिवारी एक मंझे हुए पत्रकार हैं, जो आर्थिक नीतियों, लेबर कानूनों और नौकरी बाज़ार पर उनके ज़मीनी असर पर रिपोर्टिंग करने में माहिर हैं। उनका बारीकी से रिसर्च करना और तथ्यों पर आधारित रिपोर्टिंग ही हमारी नौकरी से जुड़ी खबरों और अपडेट्स की सटीकता और भरोसेमंद होने की गारंटी है।