School Holiday Latest News: बच्चों और उनके माता-पिता, आप लोगों को तो पता ही होगा कि स्कूल की छुट्टियों का सब बेसब्री से इंतज़ार करते हैं. इस बार भी अगस्त का महीना कुछ अच्छी ख़बरें लेकर आया है. इस महीने कुछ ऐसे मौके हैं जब बच्चों को एक-दो दिन नहीं बल्कि लगातार कई दिनों की छुट्टी मिल सकती है. अभी हाल ही में कुछ ज़िलों में कांवड़ यात्रा की वजह से स्कूल बंद रहे, तो कहीं बारिश के कारण भी छुट्टी का ऐलान हुआ. आइए जानते हैं कि इस महीने और आगे किन-किन छुट्टियों का फ़ायदा आप उठा सकते हैं.
अगस्त में छुट्टियों की भरमार
अगस्त का महीना कई त्यौहार लेकर आता है. इस साल 14 अगस्त को चेहल्लुम (Chehlum) की छुट्टी है. इसके अगले दिन यानी 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस (Independence Day) है जो शुक्रवार को पड़ रहा है. इसके बाद 16 अगस्त को जन्माष्टमी की छुट्टी होगी. और फिर 17 अगस्त को रविवार है. तो इस तरह से बच्चों को 14 अगस्त से 17 अगस्त तक लगातार चार दिन की छुट्टी मिल रही है. यह ख़ुशी की बात है क्योंकि बच्चों को पढ़ाई से ब्रेक मिलेगा और वो त्यौहार भी मना पाएंगे.
कांवड़ यात्रा की वजह से बंद हुए स्कूल
वैसे तो स्कूल का एक फिक्स कैलेंडर होता है, लेकिन कुछ ख़ास मौकों पर ज़िलाधिकारी (DM) भी छुट्टी का ऐलान करते हैं. अभी हाल ही में कांवड़ यात्रा के चलते कई ज़िलों में स्कूल बंद करने का आदेश आया था. जैसे, मेरठ और मुज़फ्फरनगर जैसे ज़िलों में प्रशासन ने सुरक्षा और ट्रैफिक कंट्रोल के लिए स्कूलों को 16 जुलाई से 23 जुलाई तक बंद रखने का निर्देश दिया था. ये छुट्टियां स्थानीय ज़रूरतों के हिसाब से दी जाती हैं, इसलिए हर जगह अलग-अलग हो सकती हैं.
बारिश से छुट्टी का ऐलान
वैसे तो गर्मी की छुट्टी खत्म हो चुकी है, लेकिन बारिश का मौसम भी अक्सर छुट्टियों की वजह बन जाता है. कई बार भारी बारिश या मौसम विभाग के ‘रेड अलर्ट’ के बाद जिलाधिकारी स्कूलों को बंद करने का आदेश देते हैं. ऐसा इसलिए होता है ताकि बच्चों को जलभराव या बाढ़ जैसी स्थिति में कोई ख़तरा न हो. ऐसे में बच्चों को ख़ुश होना चाहिए, लेकिन मैं कहूंगा कि माता-पिता को अपने बच्चों को घर पर भी सुरक्षित रखना चाहिए. छुट्टी का मतलब सिर्फ मौज-मस्ती नहीं, बल्कि सुरक्षा भी है.
बच्चों और उनके माता-पिता को यही सलाह है कि कोई भी छुट्टी हो, स्कूल से आने वाली जानकारी पर ध्यान दें. हर ज़िले में जिलाधिकारी अपने हिसाब से छुट्टी का ऐलान करते हैं. तो अपने शहर की ख़बरों पर भी नज़र बनाए रखें.

संदीप तिवारी एक मंझे हुए पत्रकार हैं, जो आर्थिक नीतियों, लेबर कानूनों और नौकरी बाज़ार पर उनके ज़मीनी असर पर रिपोर्टिंग करने में माहिर हैं। उनका बारीकी से रिसर्च करना और तथ्यों पर आधारित रिपोर्टिंग ही हमारी नौकरी से जुड़ी खबरों और अपडेट्स की सटीकता और भरोसेमंद होने की गारंटी है।