8th Pay Commission Latest News: सेंट्रल गवर्नमेंट के कर्मचारियों और पेंशनर्स, आप लोग ज़रूर सोच रहे होंगे कि 8th पे कमीशन कब आएगा और इससे आपकी सैलरी और पेंशन में कितनी बढ़ोतरी होगी. The truth is, सरकार ने इस कमीशन को बनाने की मंज़ूरी तो जनवरी 2025 में दे दी है, लेकिन अभी भी कुछ फाइनल बातें तय होनी बाकी हैं. लेकिन फाइनेंशियल एक्सपर्ट्स और ब्रोकरेज फर्म्स की रिसर्च रिपोर्ट्स इस बार एक बहुत बड़े सैलरी हाइक का अनुमान लगा रही हैं. चलिए, आसान भाषा में इस पूरी बात को समझते हैं.
फिटमेंट फैक्टर क्या है और इससे क्या फ़र्क़ पड़ेगा?
जब भी नया पे कमीशन आता है, वो एक ‘फिटमेंट फैक्टर’ तय करता है, जो आपकी बेसिक सैलरी को बढ़ाने का काम करता है. पिछले 7th पे कमीशन में यह फैक्टर 2.57 था. इस बार जो रिपोर्ट्स आई हैं, उनमें अलग-अलग फिटमेंट फैक्टर बताए जा रहे हैं, जो 1.8 से लेकर 2.86 तक हो सकते हैं. एक एनालिसिस कहती है कि अगर फिटमेंट फैक्टर 2.28 रखा गया तो मिनिमम बेसिक सैलरी ₹18,000 से बढ़कर ₹41,000 हो सकती है. इस फैक्टर से ही तय होगा कि आपकी सैलरी में कितना उछाल आएगा.
महंगाई भत्ता (DA), पेंशन और असली फ़ायदा
यह जान लेना बहुत ज़रूरी है कि नया पे कमीशन आने से पहले, जो महंगाई भत्ता (DA) होता है, उसे पहले बेसिक पे में जोड़ दिया जाता है. पिछले समय में महंगाई भत्ता 55% तक पहुंच चुका है. इसलिए जब इस महंगाई भत्ते को बेसिक पे में मर्ज करके फिटमेंट फैक्टर लगाया जाएगा, तो आपको ज़्यादा फ़ायदा मिलेगा. उसके बाद महंगाई भत्ते को ज़ीरो कर दिया जाता है और फिर हर छह महीने में इसे दोबारा बढ़ाया जाता है. पेंशनर्स के लिए भी खुशखबरी है. जो मिनिमम पेंशन 7th पे कमीशन में ₹9,000 थी, वो इस बार बढ़कर ₹20,500 तक जा सकती है.
कितनी बढ़ेगी सैलरी?
अगर आपकी मौजूदा सैलरी (बेसिक पे, DA, HRA, TA मिलाकर) लगभग ₹97,160 है, तो अलग-अलग फिटमेंट फैक्टर के हिसाब से आपकी सैलरी इतनी हो सकती है:
- अगर फिटमेंट फैक्टर 1.82 रहा, तो सैलरी बढ़कर ₹1,15,297 हो सकती है.
- अगर फिटमेंट फैक्टर 2.15 रहा, तो सैलरी बढ़कर ₹1,36,203 हो सकती है.
- अगर फिटमेंट फैक्टर 2.46 रहा, तो सैलरी बढ़कर ₹1,51,166 हो सकती है.
यह सब अनुमान है, लेकिन इससे एक आईडिया मिल जाता है कि सैलरी में कितनी बढ़ोतरी हो सकती है.
कब तक आएगा 8th पे कमीशन?
वैसे तो 8th पे कमीशन को 1 जनवरी 2026 से लागू होना है, क्योंकि आमतौर पर हर 10 साल बाद नया पे कमीशन आता है. गवर्नमेंट ने इसके लिए मंज़ूरी भी दे दी है, लेकिन अभी तक इसके चेयरमैन और सदस्यों की नियुक्ति और Terms of Reference (ToR) यानि इसके काम करने का ढंग तय नहीं हुआ है. इसी वजह से एम्प्लॉईस में थोड़ी चिंता है, लेकिन उम्मीद है कि यह काम जल्दी ही पूरा हो जाएगा.

संदीप तिवारी एक मंझे हुए पत्रकार हैं, जो आर्थिक नीतियों, लेबर कानूनों और नौकरी बाज़ार पर उनके ज़मीनी असर पर रिपोर्टिंग करने में माहिर हैं। उनका बारीकी से रिसर्च करना और तथ्यों पर आधारित रिपोर्टिंग ही हमारी नौकरी से जुड़ी खबरों और अपडेट्स की सटीकता और भरोसेमंद होने की गारंटी है।